मसूरी: छावनी परिषद क्षेत्र में आईटीएम की संपत्ति को खाली कराने के लिए पुलिस और आर्मी के जवानों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा । करीब दो घंटे तक चली इस बहस के बाद कुछ राजनैतिक लोगों के आश्वासन पर आर्मी के जवानों ने शाम पांच बजे तक घर खाली करने की मोहलत दी ।
इस मौके पर आईटीएम के वैज्ञानिक वाई अशोक बाबू ने बताया कि उक्त संपत्ति आईटीएम की है जो आईटीएम के कर्मचारी कुंवर लाल को दी गई थी । वर्ष 2014 में कुंवर लाल आईटीएम से सेवानिवृत्त हो गए थे इनके रिटायरमेंट के बाद इनको विभाग से कई बार भवन खाली कराने के लिए नोटिस भी भेजा गया था। जिसका इनके द्वारा तय समय सीमा तक कोई जवाब नही दिया गया ।
तो उधर विभाग के निर्देश पर आज आर्मी फोर्स के साथ पुलिस की मौजूदगी में भवन को खाली कराने के लिए पहुंचे । लेकिन यहां मौजूद लोगों ने फोर्स का विरोध किया। बावजूद इसके भवन को खाली कराने की कार्रवाई को अमल में लाते हुए भवन खाली कराया गया । जिसको लेकर सेवानिवृत्त कर्मचारी कुंवर लाल का कहना है कि उक्त भवन मुझे अलॉटमेंट किया गया था । विभाग के माध्यम से जब मुझे नोटिस दिया गया तो मैंने उसका जवाब देते हुए कुछ समय मांगा था लेकिन विभाग ने मेरी एक न सुनी जिसको लेकर मैं न्यायालय की शरण में गया। न्यायालय ने मुझे 30 अक्टूबर तक की सुनवाई का समय दिया है। वंही कुंवर लाल का ये भी कहना है कि जब तक न्यायालय का कोई फैसला नहीं आ जाता तब तक मुझे भवन खाली कराने के लिए न कहा जाए ।