मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ न कुछ हलचल होती रहती है। अब मंत्री पद को लेकर एनसीपी-कांग्रेस ही नहीं, शिवसेना के विधायकों में भी नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है। उद्धव ठाकरे सरकार के कैबिनेट विस्तार के महज पांच दिन बाद ही शिवसेना कोटे से मंत्री बने अब्दुल सत्तार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इसका आधिकारिक एलान नहीं किया गया है और बेटे समीर सत्तार ने भी कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया है। जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद में जिला परिषद के उपाध्यक्ष का पद कांग्रेस को दे दिया गया है, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। हालांकि, अभी तक अब्दुल सत्तार का इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है।
अब्दुल सत्तार भले ही औरंगाबाद में जिला परिषद के उपाध्यक्ष के पद को अपने इस्तीफे की वजह बता रहे हैं, लेकिन खबरों के मुताबिक, अब्दुल सत्तार को राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है। हालांकि, उनकी मांग थी कि उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाना चाहिए। बताया गया कि, कैबिनेट विस्तार के बाद से ही अब्दुल सत्तार नाराज चल रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं होने पर उन्होंने मंत्री पद से ही इस्तीफा दे दिया।