देहरादून: सीएम कार्यालय व कुछ बीजेपी पार्टी वर्कर प्राइवेट एनजीओ को सपोर्ट देते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इस बाबत सीएम को जानकारी है या नहीं हैलो उत्तराखंड न्यूज इस बात की पुष्टि नहीं करता है।
हैलो उत्तराखंड न्यूज के हाथ एक ऐसा शासनादेश लगा है, जिसमें मुख्यमंत्री के सलाहकार ने इंद्रेश अस्पताल को आदेश जारी किया गया है कि अपने उपकरणों के साथ 20 दिसम्बर को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के जन्मदिन के अवसर पर ब्लड डोनेट कैंप में उपयोगार्थ उपकरण सहित कार्यक्रम को सफल बनाने का कष्ट करें। लेकिन हैरत की बात यह है कि इस कार्यक्रम के लिए आदेश जारी करने की क्या आवश्यकता थी?
सूत्रों के अनुसार यह सारी प्रकिया बीजेपी के एक कार्यकर्ता के अपने निजी एनजीओ व अन्य एनजीओ के प्रचार-प्रसार के लिए अपनाई गई है। साथ ही सोचने वाली बात तो यह भी है कि आखिर इतने सारे बेहतरीन कार्य करने वाले संस्थाओं को छोड़ इन दोनों संस्थाओं को ही क्यूं चुना गया? इससे तो यही प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री कार्यालय प्राइवेट एनजीओ को प्रमोट करने का काम कर रहा है।
बता दें कि सीएम के जन्मदिवस के अवसर होने वाले ब्लड डोनेट कैंप का आयोजन दून के परेड़ ग्राउण्ड में किया जा रहा है। जो दो संस्थाओं ”स्वरात्मिका फाउडेंशन एवं थ्रील जोन ट्रस्ट” के सहयोग से आयेजित किया गया है। हालांकि यह पहल बहुत ही सराहनीय कदम है लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए आदेश की क्या आवश्यकता थी? जिस प्रकार कार्यालय द्वारा आदेशित किया गया है, उससे तो यही लगता है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछ नजदीकी लोगों के प्राइवेट एनजीओ को सरकारी संरक्षण देने और प्रचार-प्रसार करने का काम क्यों किया जा रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं कि कल ये संस्थाएं सरकारी संरक्षण की आड़ में अपना किसी बड़े आर्थिक सहायता लाने का रास्ता साफ कर रही हों?