देहरादून: हल्द्वानी में अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश 30 जनवरी से भूख हड़ताल पर बैठने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा है कि हल्द्वानी में 80 एकड़ में बनने वाला बस अड्डा अगर नहीं बनाया गया तो वह आने वाली 30 तारीख को एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठ जाएगी जिसमे कुमाऊँ मंडल के 10 से 12 हजार प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने राज्य सरकार से मांग की है कि स्वर्गीय ट्रांपोर्टर प्रकाश पांडे के परिवार को 10 लाख रूपये की आर्थिक मदद दी जाये और उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी में नियुक्त किया जाये। जिसकी सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पांडे के अंतिम संस्कार के दौरान सरकार के प्रतिनिधियों ने 12 लाख रूपए देने के साथ पांडे की पत्नी को संविदा में नौकरी देने की घोषणा की थी। जिसके बाद ही पांडे के परिजनों द्वारा शव को अंतिम संस्कार के लिए उठाने दिया था। उन्होंने कहा कि घटना के एक दिन बाद ही समाचार पत्रों और टीवी चैनलों में खबर आयी कि शासन द्वारा इस तरह की कोई घोषणा नहीं की गयी है जिसके कारण पांडे की पत्नी का स्वास्थ्य बिगड़ गया। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यदि पांडे अपनी समस्या लेकर मेरे पास आता तो सम्भवतः वह उसे कोई काम दिला देती। लेकिन वह बीजेपी का कट्टर समर्थक होने के कारण मेरे पास नहीं आया।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि 25 जनवरी से हमने कुछ मुद्दों को लेकर राज्य में जनजागरूकता रैली, जन जागरण और जन आंदोलन करने की रुपरेखा तैयार की है। मुद्दों में बढ़ती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी का कारण नोटबंदी शामिल है। उन्होंने कहा कि देश में जो 28 प्रतिशत जीएसटी की दर है वो किसी भी अन्य देश में नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि पांडे जैसे न जाने कितने लोग नोटबंदी और जीएसटी से परेशान है।