नई दिल्ली: भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शक्ति स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ”हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।”
बता दें कि फौलादी इरादों और निडर फैसलों वाली देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को इस दिन सुबह सवेरे उनके सिख बॉडी गार्ड्स ने मौत के घाट उतार दिया था। इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार तीन बार देश की बागडोर संभाली और उसके बाद 1980 में दोबारा इस पद पर पहुंचीं और 31 अक्टूबर 1984 को पद पर रहते हुए ही उनकी हत्या कर दी गई।
आयरन लेडी’ के रूप में विख्यात पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी शुरू से ही स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहीं। बेहद मजबूत इरादों वाली राजनेता के रूप में विख्यात इंदिरा गांधी को कठोर फैसले लेने वाली प्रधानमंत्री के रूप में देखा जाता है।
इंदिरा का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था, जिनके बचपन का नाम प्रियदर्शिनी था। वह प्रभावी व्यक्तित्व वाली मृदुभाषी महिला थीं और अपने कड़े से कड़े फैसलों को पूरी निर्भयता से लागू करने का हुनर जानती थीं। उन्होंने जून 1984 में अमृतसर में सिखों के पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया था।
इसके अलावा 1975 में आपातकाल की घोषणा और उसके बाद के घटनाक्रम को भी उनके एक कठोर फैसले के तौर पर देखा जाता है। बता दें कि इंदिरा के कार्यकाल में देश में आपातकाल लगाया गया था। आपातकाल को स्वतंत्र भारत का सबसे विवादास्पद दौर माना जाता है, क्योंकि इस दौरान देशभर में चुनाव स्थगित हो गए थे और नागरिकों के अधिकारों को समाप्त कर दिया गया था। इतना ही नहीं, इस दौरान इंदिरा गांधी के राजनीतिक विरोधियों को भी कैद कर लिया गया था और प्रेस को भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।