भारतीय वायुसेना द्वारा 300 आतंकियों को मौत के घाट उतरने पर पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर एफ-16 से घुसपैठ की। और भारत ने उसे खदेड़ दिया लेकिन पाकिस्तान ने ये दावा किया है की भारतीय वायुसेना का एक पायलट उनकी गिरफ्त में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेजर जनरल केके सिन्हा का कहना है की जिनेवा युद्ध बंदी एक्ट के तहत पाकिस्तान हमारे पायलट को हाथ भी नहीं लगा सकता।
मेजर सिन्हा ने कहा कि, कारगिल के युद्ध के दौरान भी पाकिस्तान की सेना ने फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता को पकड़ लिया था लेकिन जिनेवा एक्ट के दौरान जो जवान वर्दी में होते है, उन्हें सही सलामत उसके देश लौटना पड़ता है और कारगिल के युद्ध में भी नचिकेता को पाकिस्तान ने वापिस भारत भेजा था। और अगर पाकिस्तान इस समय हमारे पायलट को कुछ भी करेगा तो ये इस नियम का उल्लघंन होगा और ये अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा जुर्म होगा। जिस तरह पाकिस्तान ने कारगिल युद्ध के समय नचिकेता को 7 दिन के भीतर वापिस लौटाया था वैसे ही मिग के पायलट को लौटना होगा और उन्हें मेडिकल की सुविधाएं भी वैसी ही देनी होगी जैसे उन्हें अपने देश में मिलती है।