गंगोत्री: हाल ही में गंगोत्री नेशनल पार्क के सबसे दुर्गम और दूरूह परिस्थितियों में पाये जानें वाले केदारताल के भरल ( ब्लू शिप ) की एक अज्ञात बिमारी का मामला सामनेआया था । जिसमें उनकी आँखे बाहर की तरफ निकल रही थी और आँखों से खून भी टपक रहा था , जिसके कारण वह देख नहीं पा रही थी । यह बिमारी पूर्व में मध्य एशिया में भी देखी गई थी । इस परिस्थिति से चिन्तित होकर वन्यजीव महकमे ने अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों का रूख किया । जताया जा रहा है कि, सैलानियों के जूते और वाहनों के टायरों से भी इन्हें इस संक्रमण का खतरा हो सकता है ।
वन विभाग और वाईल्ड लाईफ इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया ने इस बिमारी से निपटनें को एक एक्शन प्लान बनाया है । इसमें भरल के लिए एक आईसोलेशन वार्ड बनाया जायेगा । इसके अलावा वैज्ञानिक बिमारी के कारणों का भी पता करेंगे । इसके अलावा यहां आने वाले सैलानियों के माध्यम से भी इन्हें कोई खतरा न पहुचे, इसके लिए भी योजना तैयार की गई है । जो भी सैलानी यहां आयेगा उसके जूतों को संक्रमण रहित किया जायेगा । यहां तक कि उनके टायरों को भी संक्रमण रहित किया जायेगा । हालाँकि यह योजना कितनी कारगर होगी इसमें विशेषज्ञों को अभी भी संदेह है।