पूरा देश इस समय चारधाम यात्रा करने के लिए उत्तराखंड का रूख कर रहा है। केदारनाथ चारों धामों का सबसे मुख्य पड़ाव है। जहां बाबा के दर्शन करने के लिए लगभग 22 किमी. लम्बा मार्ग तय करना होता है। जिसके लिए कई यात्री हेली सेवा सुविधा का लाभ लेते हैं। जिससे न सिर्फ यात्रियों को सुविधा होती है बल्कि राज्य सरकार को भी अच्छा खासा राज्सव मिलता है।
लेकिन हेली सेवा का ये व्यवसाय अब दिन प्रतिदिन काला बजारी की भेंट चढ़ रहा है। काला बजारी भी ऐसी कि एक एक दिन में यात्रियों को लूट लूटकर लाखों रुपये कमाये जा रहे हैं। दबंगई भी ऐसी कि ब्लैक टिकट न देने पर जहाज को उड़ने से रोक देने की धमकी तक ऑपरेटरों को दी जा रही है।
हेलिपैड पर टिकट बेचने वाले खुद को मजबूर बताकर 22 से 25 टिकट रोज के देने की बात कह रहे हैं। यानी खुलेआम केदारनाथ में गुंडागिर्दी हो रही है और हमारा प्रशासन सिर्फ इसे रोकने के वादे पर वादे किया जा रहा है।
मालूम हो कि हैलो उत्तराखंड न्यूज ने कुछ दिन पहले केदारनाथ में हो रही इस ब्लैक टिकटिंग पर अपनी आवाज उठायी थी। जिसके बाद रुद्रप्रयाग एसपी प्रहलाद मीणा ने हर हेलिपैड पर पीएसी तैनात करने का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके सितापुर और फाटा के हेलिपैड़ो से लगातार ये शिकायत आ रही है कि यात्रियों से 6 से 7 हजार रुपये के टिकट के एवज में 14 से 15 हजार वसूले जा रहे हैं।
जब इस मामले को लेकर ऑपरेटरों से बात की गई तो उनका कहना है कि कुछ दबंग लोग हर रोज ब्लैक टिकटिंग के लिए उन पर दबाव बना रहे हैं औऱ टिकट न देने पर हेलिपैड को बन्द करने की धमकी दी जा रही है। जिस कारण मजबूर होकर उन्हे टिकट देना पड़ रहा है।
इस समस्या को जब हमने एसपी रुद्रप्रयाग के सामने उठाकर पीएसी के हैलिपेड़ो पर मौजूद न होने की बात पूछी तो एसपी साहब ने तुरंत सितापुर औऱ फाटा के हेलिपैडों पर मामले की जांच करवाने की बात कही। साथ ही पीएसी को भी जल्द से जल्द हेलिपैडो पर तैनात करने का आश्वासन दिया है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के सामने भी जब हमने इस समस्या को उठाया तो उन्होनें जल्द से जल्द इस पर गंभीरता दिखाते हुए तुरंत कार्यवाही करने के आदेश की बात कही।
लेकिन प्रशासन द्वारा इस समस्या पर उतनी सख्ती नहीं दिखाई जा रही है, जितनी दिखाई जानी चाहिए थी। यात्रियों की मजबूरी का इससे अधिक फायदा नहीं उठाया जा सकता।
बाबा के धाम में इस अपराध से राज्य की छवि और सम्मान दोनो को एक साथ चोट पहुंच रही है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस अपराध पर रोक लगेगी और देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बिना अपनी जेब पर अतिरिक्त बोझ डाले यात्रा करने का सौभाग्य मिलेगा।