देहरादून: जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर सूबे के मुखिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों से धान न खरीद कर सरकार उत्तराखंड से बाहर के राज्यों से धान खरीद कर न सिर्फ किसानों को बर्बाद कर रही है। इससे राज्य को करोड़ों रुपए का चूना भी लग रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने वर्ष 2016-17 में किसानों से 10.53 लाख टन धान खरीदा था, जबकि वर्ष 2017-18 में त्रिवेंद्र सरकार में मात्र 54.24 हजार टन धान ही खरीदा। सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों को अपना धान ओने-पौने दामों में अन्य प्रदेशों और जमाखोरों के हाथों बेचना पड़ा। इसके आलावा उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले वित्तीय सत्र के मुकाबले इस साल सरकार ने 95% कम धान खरीदा।
रघुनाथ नेगी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों से धान न खरीदने के कारण एक तो बिचौलियों और जमाखोरों को अपना धान बेचने को मजबूर होना पड़ा, साथ ही प्रदेश से 7-8 चावल उद्योगों को अपनी मिल बंद करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण करोड़ों रुपए मंडी शुल्क के रूप में नुकसान उठाना पड़ा तथा आढ़तियों को भी भारी कीमत चुकानी पड़ी। उक्त मिलों के बंद होने के कारण सैकड़ों मजदूरों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा तथा केंद्रीय पूल में मिलने वाली मदद से भी सरकार को हाथ धोना पड़ा।