रुद्रप्रयाग: जनपद मुख्यालय पर कायदे कानूनों को दरकिनार कर पानी के कनेक्शनों का अवैध कारोबार चल रहा है। यहां सप्लाई के लिए बने पेयजल टैंक से पहले ही दर्जनों घरेलू व व्यावसायिक जल संयोंजन फील्ड कर्मचारियों की मिलीभगत से बांटे गये हैं और विभाग कार्यवाही करने के बजाय अब महज कनेक्शन हटाने की बात कह रहा है। जबकि ये अवैध कनेक्शन वर्षों पूर्व संयोजित किये जा चुके हैं। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद ऐसे अवैध कनेक्शनों को हटाने का कार्य शुरु नहीं हो पाया है।
आपको बता दें कि जनपद मुख्यालय पर ग्रीष्मकाल में भारी पेयजल संकट हो जाता है, ऐसे में फील्ड कर्मचारियों की मिलीभगत से कई उपभोक्ताओं को टैंक से पहले ही कनेक्शन दे दिये जाते हैं और साथ ही श्रोत से मुख्य टैंक में आने वाला पानी भी कई हिस्सों मे विभाजित हो जाता है। नियमानुसार मुख्य टैंक के बाद ही कनेक्शन वितरित किये जा सकते हैं, लेकिन रुद्रप्रयाग में ऐसा ना होकर नियम विरुद्ध अवैध कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। इस बारे में जब संस्थान के अधिशासी अभियंता से वार्ता की गयी तो उनका कहना था कि अवैध कनेक्शन दिये जाने का मामला उनके संज्ञान में है और शीघ्र ही ऐसे कनेक्शनों को हटा लिया जायेगा। लेकिन यहां बडी बात यह है कि जब अधिकारियों को अवैध कनेक्शनों की जानकारी है, तो फिर क्यों ऐसे उपभोक्ताओं व फील्ड कर्मचारियों पर कार्यवाही नहीं होती। इससे एक बात तो साफ है कि इन अवैध कनेक्शनों को बांटने में पूरा तन्त्र संलिप्त है और यही कारण है कि अब तक किसी पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।