देहरादून: उत्तराखंड में कार्तिक माह में मनाए जाने वाले इगास पर्व पर आठ नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित होने का फर्जी आदेश सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। हैरत की बात ये है कि कथित फर्जी आदेश पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साइन भी हैं। वहीं आदेश वायरल होने के बाद कई जिलों के स्कूलों में इगास की छुट्टी भी घोषित कर दी है। इसके बाद एसीएस रतूड़ी ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। पत्र को लेकर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
इससे पहले सरकार से इगास पर अवकाश की मांग की गई थी, कहा गया कि इससे उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान जुड़ी हुई है। वर्तमान में स्थानीय नागरिक व बालक, बालिकाएं इगास के संबंध में ज्यादा जानकारियां नहीं रख पा रहे हैं, जिससे धीरे-धीरे उत्तराखंड की संस्कृति विलुप्त होने के कगार पर है। वहीं बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रमुख त्यौहार छठ पूजा पर अवकाश होने के चलते उत्तराखंड के त्यौहार इगास पर भी अवकाश होने की उम्मीद थी। हालाँकि इस स्पष्टीकरण से लग रहा है कि, इगास पर सरकार अवकाश नहीं करने जा रही है।