देहरादून: सचिवालय में अधिकारियों विभाग लगातार बदले जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश से अपने मूल कैडर में लौटे आईएएस राजीव रौतेला को कुमाऊं कमीश्नर बनाया गया है। कुमाऊं मकीश्नर चंद्र शेखर भट्ट को इस कार्यभार से मुक्त कर दिया गया है। औद्योगिक सचिव आर राजेश कुमार के पर कतरते हुए उनसे सारे विभाग वापस लेकर उनको सचिवालय प्रशासन का जिम्मा दिया गया है। इसी तरह कई अन्य आईएएस और पीसीएस अफसरों के कार्यभार बदले गए।
सूचना महानिदेशक पंकज कुमार पांडे के पास पहले से ही भारीभरकम पदभार दिए गए हैं। शासन ने उनको और ताकतवर बनाते हुए ग्रामीण विकास आयुक्त के साथ ही ग्रामीण विकास सचिव का जिम्मा भी सौंप दिया। विनोद रतूड़ी को कर्मचारियों के विरोध के कारण उनसे सचिवालय प्रशासन हटा दिया गया। उनको हरबंश चुघ से वापस लिए गए राजस्व विभाग में तैनात किया गया। रणवीर सिंह चैहान से ऊर्जा और उरेड़ा वापस लिया गया। उनके इन विभागों को अब भूपेश तिवारी देखेंगे। साथ ही रणवीर सिंह चैहान को दो विभाग वापस लेने के बदले कैप्टन आलोक शेखर तिवारी से छीने गए महिला बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई। पीसीएस अफसर हंसराज पांडे को चमोली का सीडीओ बना दिया गया।
डी.सेंथिल पांडियन को लेकर चर्चा
इन दबादलों में जहां कुछ अधिकारियों को लाभ मिला। वहीं, कुछ अधिकारियों के पर कतर दिए गए। लेकिन, इन सबके बीच आईएएस डी. सेंथिल पांडियन से विभाग वापस लेने का मामला चर्चा का विषय बना रहा। ईमादार छवि के पांडियन से ग्रामीण अभियंत्रण और गन्ना एवं चीनी विकास का जिम्मा वापस ले लिया गया। फिलहाल उनको कोई नया विभाग नहीं दिया गया। एनएच-74 घोटाले को उजागर करने वाले पांडियन को इस घोटाले के बाद से ही लगातार तारगेट किया जाता रहा है।