देहरादून: राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को उपाधियां वितरित की। राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने कहा कि एक अच्छा चिकित्सक वही हो सकता है, जो नवीनतम तकनीक के साथ ही मानवीय मूल्य और संवदेना भी रखता हो। उन्होंने प्रदेश में उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार की आवश्यकता बताते हुए कहा कि उत्तराखंड वैकल्पिक चिकित्सा, योग और आयुर्वेंद में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।
गुरूवार को एफआरआई में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल, डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थी के लिए अविस्मरणीय होता है। डिग्री प्राप्त करने के बाद समाज के प्रति नई जिम्मेवारियां भी आ जाती हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह को ऐतिहासिक पल बताते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह छात्र-छात्राओं के लिए टर्निंग पाइंट होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सकों की नियुक्ति के हर संभव प्रयास किए हैं। जिला अस्पतालों में आईसीयू बना रहे हैं। लगभग 1 हजार नर्सों की भर्ती की जा रही है। स्थिति में सुधार आया है परंतु सरकार इसी से संतुष्ट नहीं है।
उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के 28 लाख परिवारों को हेल्थ कार्ड उपलब्घ करवाएगी। जल्द ही मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना प्रारंभ की जाएगी, जिसमें कि निर्धन परिवारों के 100 विद्यार्थियों को चयनित कर शोध कार्यों के लिए सहायता की जाएगी। दीक्षांत समारोह में प्रयुक्त वेशभूषा को भारतीय संस्कृति व उत्तराखंडी परंपरा के अनुरूप बनाया जा रहा है। तीन डिजाईन तैयार की गई हैं।