पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता एके एंटनी ने भारतीय सेना के जवानों को सलाम करते हुए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “मैं सेनाओं को उनकी देशभक्ति, साहस और बलिदान के लिए बधाई देता हूं और सलाम करता हूं। खासकर, पिछले कुछ दिनों से हमारे सशस्त्र बल सीमा पार की काफी सारी चुनौतियों से गुजर रहे हैं, लेकिन वे पूरी ताकत और साहस के साथ इन सभी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। लेकिन पिछले कई दिनों से देश के पीएम पूरे देश में घूम-घूमकर कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं और भ्रामक खबरें फैला रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारे जवान सीमाओं पर शहीद हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री राजनीतिकरण में लगे हैं और विपक्ष को कोसने में लगे हैं। एंटनी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा पीओके में मारे गए आतंकियों की संख्या बताने पर कहा, “यूपीए सरकार के समय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता आधिकारिक तौर पर बयान देते थे। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह तो मंत्री भी नहीं हैं, वो किस आधार पर पीओके में मारे गए लोगों की संख्याएं बता रहे हैं, सेना के ऑपरेशन के डिटेल बता रहे हैं?”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे राष्ट्रीय हितों से समझौता कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब यूपीए सरकार सत्ता में आई, तो हमने 126 एमएमआरसीए की खरीद के लिए मल्टी-वेंडर आधार पर आरएफपी (प्रस्ताव के लिए अनुरोध) जारी किया था। एनडीए सरकार ने 2000 से 2004 तक 4 साल में यह तय करने में बर्बाद कर दिए कि एकल स्रोत के आधार पर हवाई जहाजों की खरीद की जाए या कमोडिटी टेंडरिंग के आधार पर। लेकिन जब संप्रग सरकार आयी तो हमने प्रक्रिया शुरू की।”
उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के दौरान बीजेपी नेताओं ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद एक समिति का गठन हुआ। इस समिति की रिपोर्ट को मोदी सरकार ने नजरअंदाज किया। अगर हम सरकार में रहकर समिति की रिपोर्ट को नजरअंदाज करते तो कैग की क्या प्रतिक्रिया होती? क्या मीडिया का यही रुख होता? कांग्रेस नेता ने कहा, ” मुझे यह जानकर हैरानी हुई कि इस सरकार में समिति की रिपोर्ट पर न तो रक्षा मंत्रालय में चर्चा हुई और न ही सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति में इस पर विचार हुआ। प्रधानमंत्री को जवाब देना चहिए कि उनकी सरकार ने समिति की रिपोर्ट की उपेक्षा क्यों की?”