देहरादून: केदारनाथ समेत चारधाम यात्रा तैयारियों के पुख्ता होने के दावे करने वाली सरकार और प्रशासन की पोल मुंबई से आने वाले यात्रियों टूर आॅपरेटर ने खोल कर रख दी। फाटा से रामपुर, सीतापुर जाने वाली सड़क का बुरा हाल है। मुंबई से जब टूर आॅपरेटर फाटा पहुंचे तो उनके रोंगटे खड़े हो गए। आॅपरेटर उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार की आॅल वैदर रोड़ की बदहाली को देखकर आगबबूला हो गए। हेली काॅप्टर टिकट बुकिंग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार को सड़कों को ठीक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह की सड़क है। उस पर यात्रा करना खतरे से कहीं भी खाली नहीं है। सरकार लोगों को चारधाम यात्रा पर बुलाकर उनकी जान को खतरे में डाल रही है।
गुप्तकाशी, रामपुर, फाटा सीतापुर की सड़क बदहाल है। सड़क पर बड़ी बसों का जाना तो दूर की बात, एक छोटी टैक्सी भी नहीं जा सकती। मुंबई के टूर आॅपरेटर सरकार के दावों को खोखला करा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के विज्ञापनों को देखकर और समाचार पत्रों और चैनलों पर सरकार के दावों से लग रहा था कि सभी सड़कें आॅल वैदर रोड़ से अब तक बन चुकी होंगी, लेकिन जह यहां पहुंचे तो हाल कुछ और ही है। स्थिति यह है कि सड़क यमुनोत्री से लेकर गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ तक सभी जगह बदहाल है। दिल्ली, मुंबई और दूसरे शहरों से यहां आने वाली बड़ी बसों को इन सड़कों पर चलना असंभव है।
इधर, सरकार चारधाम यात्रा तैयारियों को छोड़ बैंकाक और थाइलैंड के टूर पर जाने की तैयारी में है। 17-18 अप्रैल को मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों को थाईलैंड जाने का टूर बनाया है। सवाल यह है कि 18 अप्रैल को प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार को यह सोचने की जरूरत है कि बदहाल सड़कों और अधूरी व्यवस्थाओं में चारधाम यात्रा नहीं हो सकती। सरकार बस दावे करती नजर आ रही है। सरकार के दावों की पोल प्रदेश के लोग भले ही नहीं खोल रहे हों, लेकिन बाहर से आने वाले लोगों ने सरकार की पोल जरूर खोल दी है। इससे सरकार को सोचने की जरूरत है।