हरिद्वार: लक्सर क्षेत्र के अकबरपुर ऊद में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हॉस्टल का बुधवार देर शाम डीईओ बेसिक ने आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान 50 में से 30 छात्राएं हॉस्टल में नहीं मिलीं।
लापरवाही का आलम यह था कि छात्राओं के आने-जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। मामले में वॉर्डन से जवाब माँगा गया है। तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है, वहीं, मौजूद मिलीं 20 छात्राओं ने भी हॉस्टल में खराब खाना परोसे जाने की शिकायत की। कहा कि उन्हें पतली दाल के साथ केवल रोटी या चावल दिए जाते हैं।
हरी सब्जी हफ्ते में एक बार भी नहीं बनाई जाती। साथ ही उन्होंने साबुन, सर्फ, कपड़े, जूते, ओढ़ने की चादर भी न दिए जाने का आरोप लगाया। डीईओ ने बाकी छात्राओं के बारे में जानकारी मांगी तो हॉस्टल प्रबंधन का कहना था कि छात्राएं अपने घर गईं हैं।
लेकिन छात्राएं कब और किसके साथ गईं हैं, इस बात का वॉर्डन कोई भी रिकॉर्ड नहीं दिखा पाईं। डीईओ ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने बताया कि वॉर्डन से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।