खरसाली (यमुनोत्री) : खरसाली गांव के समीप बहने वाली हिरण्य बाहु नदी में देर रात आई भयंकर बाढ़ ने खरसाली गांव और नदी किनारे बसे गांव की खेती को पूरी तरह तबाह कर दिया। नदी में आए उफान के मंजर साफ नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों की कई हेक्टर भूमि को नदी का तेज बहाव अपने साथ बहा ले गया। देर रात को नदी के उद्गम के आसपास बादल फटने से नदी में अचानक भारी बाढ़ आ गई थी, जिससे लोग काफी घबरा गए थे और घरों से बाहर निकल आए थे। हालांकि बाढ़ के कारण किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
मां यमुना के मायके खरसाली गांव के करीब बहने वाली छोटी सी नदी हिरण्य बाहु में आज रात को अचानक भयंकर उफान आ गया। नदी का जलस्तर इतना खतरनाक बताया जा रहा है कि नदी में आई बाढ़ से उठी लहरों के छीटें खरसाली गांव में बने मां यमुना के मंदिर तक पहुंच गए। क्षेत्र में घनघोर अंधेरा होने के कारण लोग काफी घबराए हुए थे।
नदी में आई बाढ़ इतनी भयंकर थी कि लोग घरों से बाहर निकल आए। लोग देर रात तक मंदिर में ही मौजूद रहे। खरसाली गांव निवासी पवन उनियाल ने बताया गांव में लोग अब भी काफी डरे हुए हैं। हिरण्य बाहु नदी का जलस्तर इतना भयंकर बढ़ गया कि नदी की तरफ बने पुराने मंदिर के पत्थरों पर दरारें आ गई। लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण दिक्कतें है और बढ़ रही हैं।
समझ नहीं पाए लोग
हिरण्य बाहु नदी में भयंकर बाढ़ की बात पहले लोग समझ ही नहीं पाए। लोग यह समझ यहे थे कि यमुना में भयंकर बाढ़ आई है, लेकिन जब लोग घरों से बाहर निकल आए तब उनको सही बात की जनाकारी हो पाई।
गांव में धूल भरी आंधी
बाढ़ के साथ धूल की आंधी भी आई। लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि इस बरसात के मौसम में इतनी धूल कहां से आई। इसी से लोग ज्यादा घबरा भी गए थे। हालांकि बाद में सभी ग्रामीणों ने मिलकर सभी को शात कर घरों को भेज दिदा, जबकि कुछ लोग पूरी रात जगे रहे।