नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है।
दरअसल, गुना में अपने भाई लक्ष्मण सिंह का नामांकन फॉर्म भरवाने पहुंचे दिग्विजय सिंह ने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि विवादित स्थल पर मंदिर बनाने की क्या जरूरत है। यदि निर्माण करना है तो भाजपा को अदालत का निर्णय मानना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा था कि आरएसएस को लोकतंत्र में भरोसा नहीं है। हिंदुत्व का धर्म से कोई वास्ता नहीं है। हिंदुत्व केवल राजनैतिक शब्द है। राम मंदिर को लेकर देशभर में चल रही चर्चा के बीच दिग्विजय सिंह के इस बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। साथ ही उनके इस बयान पर भाजपा आक्रामक हो गई है। भाजपा ने कांग्रेस को राम विरोधी और हिंदू विरोधी बताया है।