नई दिल्ली: 19 जनवरी को कश्मीरी पंडितों के विस्थापन दिवस पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज की छात्रा दीपिका शर्मा जब इस विस्थापन की कहानी बता रही थी, तो इसी दौरान एक छात्र गुट ने दीपिका के खिलाफ जोर-जोर से नारेबाजी शुरू कर दी, जिसका आरोप दीपिका ने वामपंथी छात्र गुट पर लगाया। जिस पर प्रताड़ित होकर दीपिका शर्मा फूट-फूट कर रो पड़ीं। हालॉंकि दीपिका तब भी नहीं रुकी। रोते-रोते ही कश्मीरी पंडितों के समर्थन में कॉलेज के पुरातन छात्रों की ओर से भेजे गए पत्र को पढ़कर सुनाया। सोशल मीडिया में भी इस घटना की चर्चा हो रही है।
जब यह घटना हुई तब हिन्दू कॉलेज में तृतीय वर्ष की छात्रा दीपिका अपनी सीनियर रहीं कश्मीरी पंडित आकृति रैना का पत्र पढ़ रही थीं, जो इसी कॉलेज में राजनीति विज्ञान की छात्रा रही। दीपिका ने बताया कि आकृति रैना ने इस पत्र में अपने ही परिवार के कश्मीर से विस्थापन की कहानी लिखी थी।
This is what they shout to suppress the voices of a small number of people who speak for Kashmiri Pandits! They talk about Islamophobia whenever we tell our truth!
Shame! pic.twitter.com/lGf4pfiQmM— DEEPIKA SHARMA (@Deepikasharma_) January 20, 2020
इस पर पत्रकार से फिल्मकार बने विवेक अग्निहोत्री ने दीपिका शर्मा का समर्थन करते हुए ट्वीट किया कि, मुझे बताया गया है कि यह बहादुर लड़की दीपिका भोपाल की है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं।
I am told this brave girl Deepika is from Bhopal. No wonder.
She was hackled by the Commies when she spoke for Kashmiri Hindus Genocide.
Commies & Islamists don’t want to acknowledge that it was indeed a GENOCIDE. https://t.co/AeRGE0Adkj
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) January 24, 2020
वहीँ फिल्म प्रोड्यूसर अशोक पंडित ने विवेक अग्निहोत्री के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि, “यहां तक कि एक फिल्म निर्माता जिसने कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन पर एक फिल्म बनाई है, वह यह नहीं कहते कि, यह एक नरसंहार था और उन्हें लगता है कि हत्यारों और पीड़ितों को एक-दूसरे को गले लगाना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। सच्चा कड़वा होता है!”
Even a filmmaker who has made a film on the exodus of #KashmiriHindus doesn’t say that it was a genocide and feels that the killers & the victims should hug each other and move on.
सच कड़वा होता है ! https://t.co/mgyp5a04zk— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 24, 2020