नैनीताल: उत्तराखंड उच्च न्यायालय के नवनियुक्त कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा का मंगलवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में भव्य स्वागत किया गया। सभागार में न्यायमूर्ति शर्मा ने कहा कि उन्हें जितना प्यार यहां मिला है, इसके लिए उन्होंने कभी सोचा नहीं था। उनका दिल मजबूरों-गरीबों के लिये धड़कता है, और कई बार दिमाग पर भी हावी हो जाता है। उत्तराखंड राज्य में अपेक्षित समृद्धि नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोर्ट में अधिकांश मामले गरीबों के आते हैं। वे सोचते हैं कि ऐसे मामलों में दिल से फैसले दिये जायें। कहा कि पिछले सप्ताह 1990 से लंबित एक याचिका का उन्होंने निस्तारण किया आगे भी उनकी कोशिश रहेगी कि लोगों के दुःख, दर्द से जुड़े और वर्षों से लटके पेंशन, ग्रेच्युटी आदि के पुराने मामलों को निपटाएं। इसके लिए उन्होंने अधिवक्ताओं से भी सहयोग मांगा।
इस दौरान उन्होंने अधिवक्ताओं की वर्षों पुराने अधिवक्ताओं के चैंबर निर्माण की डीपीआर को एक सप्ताह में देखने और जरूरी धन की व्यवस्था करने, हाउसिंग सोसायटी के लिए जल्द डीएम से बात कर भूमि हस्तांतरित कराने के आश्वासन दिये। नये अधिवक्ताओं के लिए वर्ष 2018 के नये प्रकाशनों को खरीदने को 10 हजार रुपए अपनी ओर से देने की पहल की। बारसंघ अध्यक्ष ने भी 10 हजार दिए। साथ ही अन्य अधिवक्ताओं ने भी सहायता करने का आश्वासन दिया। बार अध्यक्ष उन्हें ‘डार्लिंग ऑफ द बार’ संबोधित करते हुए पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।