देहरादूनः हेरिटेज एविएशन खुले आम एनजीटी की धज्जियां उड़ा रहा है और हैरत की बात तो यह है कि कंपनी कई बार नियमों की धज्जियां उड़ा चुका है लेकिन कंपनी पर आज तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
दरअसल हेरिटेज एविएशन कैम्पटी और मसूरी के एरिया में बिना वन विभाग की अनुमति के ही वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के इरद-गृद बेखौफ उड़ान भर रहा है जबकि मसूरी से लेकर कैम्पटी तक ज्यादातर वन्य जीव एरिया पड़ता है। जिसमें एनजीटी के नियमों के अनुसार 2 हजार फीट से उपर उड़ाने भरनी हैं, लेकिन हेरिटेज एविएशन पहले तो बिना वन विभाग की अनुमति और दूसरा एनजीटी के नियमों के विरुद्ध उड़ान भर रहा है।
भले ही इस तरह की सर्विस पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय कदम है लेकिन नियमों को ताक पर रखकर नहीं।
हैलो उत्तराखंड न्यूज ने जब मामले में डीएफओ से जानकारी चाही तो डीएफओ डॉ. कहकशां का कहना है कि उनके पास ना ही कोई लिखित संचार पत्र आया और ना ही कंपनी ने उनसे कोई परमिशन ली। जबकि डीएम टिहरी सोनिका का कहना है कि हमने कंपनी को जो परमिशन दी है उसमें हमने पहले ही साफ कर दिया था कि संबंधित विभागों से भी अनुमति ली जाए।
वहीं इस मामले में नागरिक उड्यिन प्रमुख सचिव ओम प्रकाश का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है और मामले के संज्ञान में आने के बाद उनका कहना है कि वो इसकी जांच कराएंगे।
गौरतलब है कि हेरिटेज द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कंपनी कई बार नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी कर चुका है। लेकिन कई बार सुर्खियों में आने के बाद भी कंपनी पर किसी भी तरह की कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती जो अपने आप में एक सबसे बड़ा सवाल है।