बागेश्वर: बागेश्वर में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। जिला मुख्याल से 25 किमी दूर कांडा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र खुद ही स्ट्रेचर पर पड़ा है। कांडा क्षेत्र के अंर्तगत 45 से अधिक गांव आते हैं। इन गांवों के लिये केवल एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र है, लेकिन वहां न तो डाॅक्टर मिलता है और न ही लोगों को बुखार जैसी मामूली बीमारी की कोई दवा मिल पाती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कांडा सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र तो खोल दिया गया है, लेकिन सेवाओं के नाम पर प्राथमिक उपचार भी ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। स्थानीय निवासी प्रकाश का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र कांडा मंे एक एक्सरे मशीन तक उपलब्ध नहीं है। लोगों को अस्पताल से सीधे रेफर कर दिया जाता है।
मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि कांडा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में कुछ मशीनों और स्टाफ का अभाव है। शासन को अवगत कराया गया है। जल्द ही समस्या का निराकरण किया जायेगा। आपको बता दें कि पहले भी इस तरह के दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन अब तक हुआ कुछ नहीं। लोगों को छोटी सी खंरोंच के इलाज के लिए भी जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। इसके चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं।