नैनीताल: हाईकोर्ट में तीनों नवनियुक्त न्यायाधीशों ने विधिवत कार्यभार ग्रहण कर लिया है। अब हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या नौ पहुंच गई है। सोमवार को साढ़े नौ बजे मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन ने नवनियुक्त न्यायमूर्ति नारायण सिंह धानिक, न्यायमूर्ति रमेश चन्द्र खुल्बे, न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी को मुख्य न्यायाधीश कोर्ट में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इससे पहले रजिस्ट्रार जनरल प्रदीप पंत की ओर से राष्ट्रपति की ओर से संविधान के अनुच्छेद 217(ए) के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए विधि एवं न्याय मंत्रालय की अधिसूचना, राज्यपाल उत्तराखंड की ओर से मुख्य न्यायाधीश को शपथ के लिए अधिकृत करने संबंधी पत्र पढ़ें। इस अवसर पर जस्टिस सुधांशु धूलिया, जस्टिस आलोक सिंह, जस्टिस लोकपाल सिंह, जस्टिस शरद कुमार शर्मा, पूर्व जस्टिस यूसी ध्यानी, पूर्व जस्टिस पीसी पंत, पूर्व जस्टिस बीएस वर्मा, पूर्व जस्टिस बीसी कांडपाल, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल राकेश थपलियाल, शासकीय अधिवक्ता जीएस संधू, हाईकोर्ट बार एसोशिएशन अध्यक्ष ललित बेलवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत, डॉ महेंद्र पाल, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण सदस्य सचिव प्रशांत, जोशी, नरेंद्र दत्त, डीके शर्मा, सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता, न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारी, न्यायाधीशों के परिजन मौजूद रहे।
सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम की सिफारिश को केंद्र सरकार ने स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति को भेजा था। बीती 30 नवंबर को राष्ट्रपति की ओर से सिफारिश स्वीकार करने के बाद तीन न्यायिक अफसरों की नियुक्ति उत्तराखंड हाईकोर्ट में न्यायधीश के रूप में की है। विधि एवं न्याय मंत्रालय की ओर से तीनों की उच्च न्यायालय के जज नियुक्त होने संबंधी अधिसूचना जारी हुई। न्यायमूर्ति नारायण सिंह धानिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आम गरीब लोगों को न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता में रहेगा।