मसूरी। रिश्तेदारों के साथ मिल कर पत्नी को मौत के घाट पहुंचाने वाला आरोपी पुलिस के हत्थे तो चढ़ा लेकिन हत्या के पीछे का राज पुलिस के गले की हड्डी बन गया है। जबकि आरोपी पति महिला को मनोरोगी बताकर कानून से अपना पल्ला झाड़ने की जद्दोजहद में लगा हुआ है। आरोपी युवक ने अपने छोटे भाई और साले के साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया था।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को मसूरी के कॉर्ट मैकेंजी रोड स्थित नागदेवता मंदिर के पास से तीन सौ फीट गहरी खाई से महिला का शव बरामद किया गया था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक महिला का नाम सिल्की (35) है, जो ललित की पति थी। ललित दिल्ली के हर्ष विहार, पीतमपुरा दिल्ली का रहने वाला है।
मसूरी पुलिस के सब इंस्पेक्टर मुकेश डिमरी ने बताया कि आठ दिसंबर को ललित ने रानीबाग थाने में सिल्की की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। साथ ही उन्होंने बताया कि ललित ने अपने छोटे भाई और साले के साथ मिल कर सिल्की की हत्या की थी। जिसके बाद शव को एक बोरे में बंद कर मसूरी के जंगल में फेंक दिया था। जबकि आरोपी युवक का कहना है कि सिल्की का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था जिसके चलते मैंने सिल्की की हत्या की थी।
दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो ललित की भूमिका संदिग्ध मिली। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि सिल्की की हत्या कर शव को वह मसूरी के जंगलों में फेंक आया है, लेकिन जिस स्थान पर उसने शव फेंका था वहां का नाम नहीं बता पा रहा था। गुरुवार को दिल्ली पुलिस ललित को साथ लेकर मसूरी पहुंची। यहां मसूरी पुलिस के साथ ललित को उस स्थान पर ले जाया गया, जहां उसने सिल्की का शव फेंका था। शुक्रवार सुबह पुलिस ने कॉर्ट मैकेंजी रोड स्थित नागदेवता मंदिर के पास से तीन सौ फीट गहरी खाई से शव को बरामद किया।