एसटीएफ टीम को मिली बड़ी सफलता, संगीन वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

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देहरादून(हरीश शर्मा): जनपद में एसटीएफ टीम को गुरवार देर सायं एक बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, एसटीएफ टीम ने संगठित अपराध के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए जनपद में दो संगीन वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये दोनों आरोपियों पर पहले से कई मुकदमें  दर्ज हैं और वो किसी संगीन वारदात को अंजाम देने की फिराक में जुटे थे। गिरफ्तार किये गए दोनों आरोपियों की पहचान  दीपक मान पुत्र बिजेन्द्र सिंह निवासी ख्वाजा नगला, जिला बागपत और सुशील कुमार पुत्र सुखवीर निवासी ग्राम मोढ़ा के रूप में हुई है।

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जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किये गए दोनों आरोपियों  में से एक आरोपी दीपक मान कुख्यात अपराधी सुनील राठी से जुड़े अल्मोड़ा जेल में बंद अपराधी रुपेश त्यागी का सहयोगी है जिसपर जनपद हरिद्वार में लूट, हत्या के प्रयास आदि के कई मुकदमें दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य आरोपी सुशील कुमार जेल में बन्द अपराधी रुपेश त्यागी से सम्पर्क कर संगीन वारदात को अंजाम देने का षड्यन्त्र रच रहा था। गुरूवार को  एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि शूटर दीपक मान हरिद्वार में मौजूद है, जो हरिद्वार सिड़कुल क्षेत्र के किसी लेबर कॉन्ट्रैक्टर की हत्या करने की फिराक में है, और कभी भी वारदात को अंजाम दे सकता है। इस सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ रिधिम अग्रवाल द्वारा प्रकरण में एसटीएफ टीम को त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। जिसके बाद पुलिस उपाधीक्षक कैलाश पवांर के पर्यवेक्षण में एक टीम गठित की गई। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शूटर दीपक मान और सुशील कुमार को पुलिस मुठभेड़ में गुरूवार देर शाम थाना रानीपुर क्षेत्रान्तर्गत चिन्मयानन्द डिग्री कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया। इसके साथ ही दोनों आरोपियों के पास से कारतूस भी बरामद किए गये हैं।

मामले को लेकर जब एसटीएफ टीम ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो अभियुक्त दीपक मान ने बताया कि रुपेश त्यागी ने उसे हरिद्वार में लेबर कॉन्ट्रैक्टर की हत्या करने के लिये कहा था और पकड़े गये अन्य आरोपी सुशील कुमार द्वारा लेबर कॉन्ट्रैक्टर की पहचान व पता ठिकाना उसे बताया जाना था। दीपक मान ने बताया कि इसी वारदात को अंजाम देने के लिए वह 31 जुलाई को पुराने मुकदमों की तारीख पर हरिद्वार कोर्ट में आया था। इस दौरान उसके पास पिस्टल और तमंचा भी मौजूद थे, जो आरोपी सुशाल कुमार को दे दिए गए थे। दीपक मान ने जानकारी देते हुए बताया कि वो 2 अगस्त को इस वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। वहीं पकडे गये दूसरे अभियुक्त सुशील कुमार ने बताया कि वह पहले हरिद्वार स्थित सिडकुल की एक कम्पनी में काम करता थ, जहां पर लेबर कॉन्ट्रैक्टर से उसका विवाद हो गया था और उसी कारण कम्पनी से उसका काम छूट गया था और लेबर कॉन्ट्रैक्टर के प्रभाव के कारण उसे कहीं भी काम नहीं मिल रहा था। इसी वजह से सुशील लेबर कॉन्ट्रैक्टर को अपने रास्ते से हटवाना चाहता था। इसी बीच उसका सम्पर्क अल्मोड़ा जेल में बन्द अपराधी रुपेश त्यागी से हुआ और उसने लेबर कॉन्ट्रैक्टर को अपने रास्ते से हटवाने की बात रुपेश त्यागी को बताई। साथ ही यह भी बताया था कि कॉन्ट्रैक्टर के रास्ते से हटने के बाद उक्त कम्पनी का काम सुशील को मिल जायेगा और उसमें जो भी आर्थिक लाभ होगा उसका वो आपस में साझा कर लेंगे। इस काम के लिये रुपेश त्यागी ने अपने शूटर दीपक मान को असलाह के साथ भेजा था। दोनों आरोपियों को धारा 307 भादवि और 25 आम्र्स एक्ट में अभियोग पंजीकृत कर गिरफ्तार किया है।

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