देहरादूनः कांग्रेस के दिवंगत पूर्व विधायक स्व. कौल दास को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा है। बताया जा रहा है कि स्व. कौल का अंतिम संस्कार मंगलवार को हरिद्वार स्थित खड़खड़ी श्मशान घाट में होगा। आज सुबह लगभग 6 बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। सूचना मिलते ही उनके प्रशंसको मे शोक की लहर दौड़ पड़ी है। उनके निवास स्थान थत्यूड़ में लोगों को जमावड़ा लगा हुआ है।
बता दें कि दिवंगत पूर्व विधायक के बडे़ बेटे व वर्तमान में अधिशाशी अधिकारी हरिद्वार नगर निगम संजय कुमार ने बताया की मंगलवार 2 जुलाई को स्व. पूर्व विधायक का अन्तिम संस्कार खड़खड़ी हरिद्वार में किया जाएगा। उनके निवास स्थान पर श्रद्धांजलि देने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। पूर्व विधायक मसूरी जोत सिंह गुनसोला, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मनमोहन मल्ल, ब्लाक प्रमुख कुंवर सिहं पंवार, पूर्व जेष्ठ उप प्रमुख महिपाल रावत ,प्रदेश कांग्रेस के सचिव रतन मणी भट्ट, ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष सुरेन्द्र रावत आदि नेतागण उनके आवास पर मौजूद है ।
आपको बता दें कि कौलदास का जन्म 4 जून 1943 को ग्राम सभा मथलाऊ दशजुला में एक गरीब अनु० जाति के परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम स्व० किस्सू दास व माता का नाम स्व० पानपति देवी था। बचपन से ही पढ़ाई मे अव्वल रहे कौल दास की शिक्षा प्राथमिक विद्यालय बैट व जूनियर हाईस्कूल थत्यूड़ से हुई । 1962 में कौलदास अध्यापक बने व 2001 में प्रधानाध्यापक बाण्डा चक जूनियर हाईस्कूल से सेवा निवृत हुए। सेवानिवृत होने के बाद कौलदास राजनीति में सक्रिय हो गए और उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। 2002 में हुए उत्तराखंड विधानसभा के पहले चुनावों में धनौल्टी से विधायक चुने गए तत्कालीन मुख्यमन्त्री नारायण दत्त तिवारी के नजदीकी रहे कौल दास को 2004 में अनुसुचित जाती आयोग में उपाध्यक्ष (राज्यमन्त्री ) बनाया गया था।