अल्मोड़ा: सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत सोमवार को मजखाली में कोसी नदी को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और मसूरी विधायक गणेश जोशी सहित जिले भर के संबंधित अधिकारी मौजूद रहें। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यवारण को हो रहे नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की। साथ ही उन्होंने पानी की किल्लत पर भी अपनी चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि तेजी से आगामी समय में पेयजल की किल्लत होने वाली हैं। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में सैकड़ों नदिया सूख गयी है। कोसी नदी में कुछ समय पहले 48 पानी के स्रोत थे लेकिन अब सिर्फ 8 स्रोत ही रह गए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण और नदियों को बचाने के लिए सरकार हरेले में पेड़ लगा कर पहल करने जा रही है, जिसकी शुरूवात देहरादून से रिस्पना और अल्मोड़ा की कोसी नदी से की जाएगी। उन्होंने कहा कि हरेले के दिन इन दोनों नदियों के किनारे लाखों पेड़ रोपण किये जाएंगे।