देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जाय। रिस्पना के पुनर्जीवीकरण के लिए जो भी वृक्षारोपण किये जा रहे हैं, उनकी सुरक्षा की भी पूरी व्यवस्था की जाय। इसके लिए पूरे समर्पण भाव से कार्य किये जाय। उन्होंने रोपित किये जाने वाले पौधों की सुरक्षा के लिए वन विभाग की टीम गठित करने के निर्देश भी दिये।
त्रिवेन्द्र ने कहा कि वृक्षारोपण व उनके संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले विशेषज्ञों से भी राय ली जाय। पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण व उनके संरक्षण में बेहतर कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाय। देहरादून के शहरी क्षेत्र में जो वृक्षारोपण किया जा रहा है उनके संरक्षण की समुचित व्यवस्था की जाय। विभिन्न संस्थाओं व स्कूलों को वृक्षारोपण व उनके संरक्षण के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिस्पना व कोसी का पुनर्जीवीकरण अन्य राज्यों के लिए भी रोल मॉडल बन सकता है। हमें अन्य जनपदों में भी नदियों के पुनर्जीवीकरण के लिए प्रयास करने होंगे। बैठक में बताया गया कि इस वर्ष हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेशभर में सवा छः लाख वृक्षारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें विभिन्न प्रजातियों के फलदार व पत्तेदार वृक्ष लगाये जायेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव अमित नेगी सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी देहरादून सी. रविशंकर व वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।