श्रीनगर गढ़वाल: लंबे इंतजार के बाद श्रीनगर के समीप एनआईटी उत्तराखंड को स्थायी परिसर मिलने जा रहा है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड का आज सुमाड़ी में भूमि पूजन और शिलान्यास किया गया। इसके बाद अब स्थायी परिसर की निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इस दौरान उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक अतिविशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद रहे।
बता दें कि, साल 2009 में एनआईटी के निर्माण को स्वीकृति मिली थी, जिसके बाद साल 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत एनआईटी का शिलान्यास सुमाड़ी में कर चुके हैं, लेकिन बीते 9 सालों से एनआईटी का स्थायी परिसर आज तक बन कर तैयार नहीं हो पाया। वर्तमान में संस्थान को श्रीनगर के पॉलीटेक्निक में संचालित किया जा रहा है।
इतना ही नहीं बीते साल सड़क हादसा होने के बाद छात्रों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया था। साथ ही छात्रों की ओर से स्थायी कैंपस की मांग के विरोध के चलते इसे जयपुर शिफ्ट किया गया, लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार सुमाड़ी के नाम पर एक बार फिर मुहर लगी है। पहले चरण में इसके लिए 700 करोड़ की लागत से 300 एकड भूमि पर 1260 छात्रों के लिए व्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है।