देहरादून: बाल संरक्षण आयोग वैसे तो प्रदेश में काम कर रहा है, लेकिन आयोग की गतिविधियां देहरादून और आसपास के जिलों और शहरों तक ही सिमट कर रही गई हैं। कई मामलों में बाल आयोग पर सवाल भी उठे। बाल आयोग में उषा नेगी को अध्यक्ष बनाया गया है। अब देखना होगा कि वे किसी तरह अपने काम को अंजाम देती हैं।
उषा नेगी की मानें तो उनका काम करने का तरीका अलग है। उनकी पहली प्राथमिकता यह है कि जो योजनाएं हैं। उनका क्रियान्वयन किस तरह किया गया और नहीं किया गया तो, क्यों नहीं किया गया। इन सवालों का जवाब तलाशने उन्होंने शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि वे हर काम को पूरी प्लानिंग से करने में भरोसा रखती हैं। प्लानिंग से ही काम सही ढंग होते हैं और सही दिशा में भी जाते हैं। बाल संरक्षण से जुड़े हुर मुद्दे को लेकर उन्होंने बात की हैलो उत्तराखंड न्यूज से। आइये आपको वीडियो के जरिए बताते हैं क्या हैं वो खास बातें।