देहरादून: पुलवामा हमले में शहीद देश के वीर जवानों में उत्तराखंड के भी दो जवान शामिल थे। पुलवामा हमले के मास्टर माइंड गाजी राशिद को मारने के दौरान शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल और आईईडी को डिफ्यूज करते वक्त शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट की याद में गुरुद्वारे में कार्यक्रम आयोजित किया गया। शहीदों को नमन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहीद चित्रेश बिष्ट के पिता भी पहुंचे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि शहीदों की कुबार्नी कभी व्यर्थ नहीं जाती। उन्होंने कहा कि हमारे एयर फोर्स के जवानों ने अपने शहीद वीरों का बदला ले लिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान को दुनियाभर में कूटनीतिक रणनीतियों से अलग-थलग कर दिया है। सेना को खुली छूट दे दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब सेना को खुली छूट दी गई। उन्होंने कहा कि अभिनंदन को भी सरकार ने बहुत कम समय में सुरक्षित वापस लाने में सफलता हासिल की है।
आपको बता दें कि पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के साथ उत्तरकाशी के मोहनलाल रतूड़ी और खटीमा के वीरेंद्र सिंह भी शामिल थे। इसके बाद हमले के मास्टर माइंड को ठिकाने लागने के लिए मुठभेड़ के दौरान मेजर विभिति ढौंडियाल भी शहीद हो गए थे। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट देश की सरहद को सुरक्षित करने के लिए आईईडी को डिफ्यूज कर रहे थे। इस दौरान आईईडी बलास्ट हो गई, जिसमें मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए थे।