रुद्रप्रयाग: मानसूनकाल शुरु होते ही ग्रामीण क्षेत्रों की लाइफ लाइन कही जाने वाली सडकें बदहाल बनी हुई हैं। प्रशासन का पूरा ध्यान राष्ट्रीय राजमार्ग पर टिका हुआ है और ग्रामीण सडकें पिछले तीन सप्ताहों से बन्द पडी हैं। जिसके चलते ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतें तो आ ही रही हैं, साथ ही रोजमर्रा की सामाग्री जुटाना भी ग्रामीणों को भारी पड रहा है।
जिले में 6 मोटर मार्ग बंद पडे हुए हैं, जिनमें जाबरी-जयकण्ड मोटरमार्ग तीन सप्ताहों से बाधित बना हुआ है। वहीं उखीमठ-मनसूना, जैली-मरगांव, बलसुण्डी-अखेाडी, कोलू बैण्ड-स्वांरी ग्वांस, सल्या-तुलंगा व छेनागाड-उछोला मोटर मार्ग पिछले दो सप्ताह से बन्द पडे हुए हैं। विभागों के पास पर्याप्त जेसीबी न होने के कारण सडक का मलबा साफ करने में दिक्कतें आ रही हैं, तो विभाग महज प्राइवेट ठेकेदारों के जरिये ही रोड को आवागमन के लिए खोल पा रहे हैं।
वहीं जिलाधिकारी का कहना है कि, विभागों को निर्देश दिये गये हैं कि, अवरुद्ध मोटरमार्गाें को तत्काल खोला जाय और जिन मार्गों पर पुस्ते टूटे हुए हैं, उनके स्टीमेट तत्काल तैयार किये जाएँ, जिससे समय पर मार्गाें को दुरुस्त किया जा सके व ग्रामीणों को सडक के अभाव में आवागमन की दिक्कतें न हो सके।