अल्मोड़ा: जनपद नगर पालिका के विस्तार में ग्रामीण क्षेत्र को इसमें मिलाने के विरोध में ग्रामीणों ने आज विश्व प्रसिद्ध चितई गोलू मंदिर तक यात्रा निकालकर मंदिर में न्याय की गुहार लगाई। स्थानीय विधायक और सरकार की अनदेखी से नाराज ग्रामीणों ने न्याय की मांग को लेकर चैद्यानपाटा से चितई मंदिर तक करीब सात किलोमीटर पैदल जूलूस निकाला। चितई मंदिर पहुंचे ग्रामीणों ने गोलू देवता से न्याय की गुहार लगाई और गोलू देव के मंदिर में अर्जी टांगी। बता दें कि अल्मोड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों को नगरपालिका के दायरे में लाने को लेकर ग्रामीण काफी समय से आन्दोलित हैं। यहां सैकड़ों की संख्या में चितई मंदिर पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय विधायक और डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान के दखल के चलते गलत ढंग से परिसिमन हुआ है।
ग्रामीणों ने कहा कि हमारे ग्रामीण क्षेत्रों को जबरन नगरपालिका में मिलाने की साजिश चल रही है। लोगों ने गोलू देवता के मंदिर में अर्जी लिख इसे रोकने की मांग की। पत्र में लोगों ने न्याय के देवता ग्वेल देवता से उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में ही रहने देने की मांग की। आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध चितई मंदिर की मांन्यता है कि जिसे कही न्याय नहीं मिलता है गोलू देवता उसे न्याय देते हैं।