गुहावटी: असम में राष्ट्रीय नागिरक रजिस्टर की आखिरी सूची आज जारी कर दी गई। इस बीच पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आवेदन रसीद संख्या (एआरएन ) का इस्तेमाल कर लोग अपना नाम ऑनलाइन देख सकते है। इस लिस्ट में 19 लाख लोगों के नाम शामिल नहीं है। एनआरसी को ऑनलाइन जारी कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, एनआरसी कार्यालय की ओर से बताया गया है कि अंतिम एनआरसी में 3.11 करोड़ आवेदकों के नाम शामिल हैं और 19.07 लाख इससे बाहर हैं।
इसके अलावा संवेदनशील स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी गई है। राज्य में हर तरफ तनाव का माहौल है। लोगों को अपनी भविष्य की चिंता सता रही है। इस लिस्ट में ऐसे लोगों को शामिल नहीं किया जाएगा जो 25 मार्च 1971 के बाद भारत आए हों। और जो लोग इस लिस्ट में शामिल नहीं है या इससे संतुष्ट नहीं है, वे फॉरनर्स ट्रिब्यूनल के आगे अपील दाखिल कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि (एआरएन ) की लिस्ट में जिसका नाम नहीं होगा उसे तुरंत विदेशी घोषित नहीं किया जाएगा बल्कि उसे कानूनी लड़ाई लड़ने का समय दिया जाएगा।
एनआरसी की लिस्ट में जिनका नाम नहीं होगा वो विदेशी ट्रायब्यूनल में अपील कर सकते हैं। इसके लिए वो 120 दिनों के अंदर अपील कर सकते हैं। पहले ये समयसीमा 60 दिनों की थी।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि मामले के निपटारे के लिए 1000 ट्रायब्यूनल अलग-अलग फेज में खोले जाएंगे। 100 ट्रायब्यूनल पहले से ही काम कर रहे हैं, जबकि सितंबर के पहले हफ्ते में 200 और ट्रायब्यूनल की शुरुआत की जाएगी।
लिस्ट में जिनका नाम नहीं होगा, उन्हें तुरंत गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। जब तक ट्रायब्यूनल उन्हें विदेशी घोषित नहीं कर देता तब तक वो भारतीय नागरिक को दिए गए सारे अधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं।