देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सीएम आवास में केंद्रीय पेयजल मंत्री उमा भारती के साथ राज्य की पेयजल योजनाओं के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार सौंग नदी पर बांध बनाकर देहरादून व आसपास के क्षेत्र को ग्रेविटी बेस्ड पेयजल उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजना वाटर काॅरपस तैयार करने की है। राज्य के प्राकृतिक जल श्रोत सूख रहे हैं। ऐसे में भूमिगत जल को रिचार्ज करने के लिए भी राज्य सरकार छोटे-छोटे जलाशय बनाने की योजना पर कार्य कर रही है।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि पौड़ी, गैरसैण, पिथौरागढ़ और अन्य क्षे़त्रों में ताल विकसित करने की योजना है, जिस पर 200 से 250 करोड़ रूपए का खर्च होने का अनुमान है। उन्होंने इन योजनाओं में केंद्र के सहयोग की मांग की। उमा भारती ने मुख्यमंत्री को पूरा सहयोग करने का अश्वासन दिया।
राज्य को केंद्र से मिलेंगे 82 करोड़
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि राज्य को पेयजल के क्षेत्र में काम करने के लिए केंद्र से पूर्व में 70 करोड़ की सहायत की गई थी। राज्य के बेहतर कार्य को देखते हुए अब प्रदेश को 82 करोड़ दिए जाएंगे। उन्होंने प्रदेश को पेयजल योजनाओं के लिए दिए गए लक्ष्य को समय पर पूरा करने 27 करोड़ का बोनस दिया है। उन्होंने कहा कि हिमालय के जलस्रोतों के लिए जियो टैगिंग शुरू की गयी है। हिमालय क्षेत्र की सभी वाॅटर स्प्रिंग्स को चिन्ह्ति करने के भी निर्देश दिए गए हैं। उमा भारती ने राज्य में पेयजल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए योजनाएं बनाकर केंद्र को भेजने को भी कहा।