रानीखेत: गोबिन्द सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय परिसर में चिकित्सालय में व्याप्त अनेक समस्याओं को लेकर स्थानीय कांग्रेसजनो ने धरना प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कई विधानसभा क्षेत्रों के रोगी इस जगह अपना इलाज कराने आते हैं, जो काफी परेशानी में यहां का रुख करते हैं। लेकिन ज्यादातर मरीजों को यहां से अन्य जगह रैफर कर दिये जाता है, जिससे यह चिकित्सालय केवल रैफर सेन्टर ही बन के रह गया है।
इसको लेकर सीएमएस ने कहा कि एसडीएम को उन्होंने एक पत्र दिया है जिसमें टामा सेन्टर की अव्यवस्था का मुख्य जिक्र है। वर्ष 2009 में बने इस सेन्टर को सरकार द्वारा चालू नहीं किया गया। इस इमारत में 2 टैक्नीशियन, 2 लेडी डाक्टर अपने डॉक्टर पतियों के साथ रह रही हैं। इसका एमरजेन्सी में चिकित्सालय को लाभ मिलता है। साथ ही इमारत की मेन्टेनेंस भी रहती है। आपको बता दें कि इस चिकित्सालय के लिये हरीश रावत सरकार ने कई मन लुभावन घोषणायें भी की लेकिन वो कार्यान्वित नही हो पाई।