देहरादून: प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते लगाये गये लाॅक डाउन के कारण अन्य प्रदेषों में फंसे उत्तराखण्ड के लोगों को वापस लाने की राज्य सरकार के पास कोई रणनीति नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पिछले कई दिनों से अन्य प्रदेष में फंसे लोगों को वापस लाने की बात तो कर रही है परन्तु इस पर अमल के नाम पर अभी तक कुछ भी नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि एक ओर राज्य सरकार बयान जारी करती है कि राज्य के श्रमिकों को वापस लाने के लिए श्रमिक स्पेषल ट्रेन चलाई जा रही है जबकि रेल मंत्रालय द्वारा इसका खण्डन किया गया है कि उत्तराखण्ड प्रवासियों को वापस लाने के लिए श्रमिक रेल गाडी चलाने की कोई योजना नहीं है तथा इसका निर्णय उत्तराखण्ड सरकार के अनुरोध पर लिया जायेगा।
प्रीतम सिंह ने यह भी कहा कि राज्य के अन्दर से भी लोग अपने गृह जनपद नहीं जा पा रहे। लोगों की घर वापसी के मामले में राज्य की भाजपा सरकार द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां भाजपा की राज्य सरकार द्वारा बिना केन्द्र की गाईड लाईन के लाॅक डाउन के मध्य में गुजरात के 1800 यात्रियों को हरिद्वार से वापस उनके घर तक छोडने की व्यवस्था की जाती है परन्तु अब केन्द्र की गाईड लाईन जारी होने के बावजूद प्रदेष के बाहर प्रवास करने वाले उत्तराखण्डी प्रवासियों तथा राज्य के अन्दर से ही अपने जनपद में जाने की इच्छा रखने वाले लोगों की घर वापसी सुनिष्चित किये जाने में आनाकानी की जा रही है तथा जनता को गुमराह किया जा रहा है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि एक ओर राज्य के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव की ओर से रोज-रोज बयान जारी किये जा रहे हैं कि सरकार द्वारा प्रवासियों की रेल मार्ग से वापसी के लिए इंतजाम कर दिये गये हैं, दूसरी ओर रेल मंत्रालय का बयान साबित करता है कि राज्य सरकार लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि इस झूठी बयानबाजी के लिए राज्य सरकार को राज्यवासियों से माफी मांगनी चाहिए।
प्रीतम सिंह ने एकबार फिर दोहराया कि कांग्रेस पार्टी की राश्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की श्रमिकों की वापसी के लिए रेल भाडे के भुगतान की घोशणा से भी उत्तराखण्ड सरकार को अवगत करा दिया गया है परन्तु इसके बावजूद सरकार नागरिकों की वापसी के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पाई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्पश्ट करे कि प्रवासियों की घर वापसी के लिए राज्य सरकार ने अभी तक क्या कदम उठाये है और यदि राज्य सरकार के पास अपने नागरिकों की वापसी के लिए धन का अभाव है तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की घोशणा के अनुसार कांग्रेस पार्टी रेल भाडे का भुगतान करने को तैयार है।