पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (63) का रविवार शाम को निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन की जानकारी देते हुए ट्वीट किया। सोमवार 11 बजे केंद्रीय कैबिनेट उन्हें श्रद्धांजलि देगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया था कि पर्रिकर की हालत बेहद खराब है। डॉक्टर उन्हें बचाने की कोशिश में जुटे हैं। पर्रिकर पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे। पिछले साल से उनका गोवा, मुंबई, अमेरिका और दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था।
पर्रिकर के स्वास्थ्य को लेकर शनिवार को गोवा प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर की अध्यक्षता में भाजपा विधायकों और पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई। डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने कहा कि बैठक में किसी ने भी लीडरशिप में बदलाव की मांग नहीं की। हम पर्रिकर के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, लेकिन उनके बचने की उम्मीद बेहद कम है, क्योंकि वे बेहद बीमार चल रहे हैं। अगर कुछ होता है तो लीडरशिप में जो भी बदलाव होगा, वह भाजपा से होगा।
लोबो ने यह भी बताया था कि पर्रिकर शुक्रवार रात बेहद बीमार हो गए थे, ऐसे में भाजपा ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। डॉक्टरों को पर्रिकर की हालत में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है और वे रिकवरी नहीं कर पा रहे। तीन विधानसभाओं में होने वाले उप-चुनाव नजदीक हैं और इनके लिए उम्मीदवारों का चयन भी किया जाना था।
मुख्यमंत्री पर्रिकर ने इस बार के बजट सत्र में हिस्सा लिया और 30 जनवरी को बजट पेश किया था। इसके अगले दिन वे इलाज के लिए दिल्ली एम्स चले गए और 5 फरवरी को गोवा लौट आए थे। पर्रिकर को पिछले कुछ समय में जब भी देखा गया, वह चिकित्सीय उपकरणों से लैस दिखाई दिए। नासोगेस्ट्रिक ट्यूब उनके चेहरे पर लगी हुई थी।