देहरादून: चारधाम यात्रा को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग पूरी तरह से अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है। एक ही टेंडर की कई शर्तों को बार-बार बदलने के बाद भी लगातार संशोधन जारी है। वहीँ यात्रा के लिए हेली टिकटिंग में भ्रष्टाचार ख़त्म करने को लेकर यह जिम्मेदारी किसी सरकारी संस्था को देने की बात कही गई। तत्पश्चात यह जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम को देने पर सहमती बनी, जिससे किसी कंपनी विशेष की मनमानी पर रोक लग सके। लेकिन हैरानी की बात यह है कि, यह जिम्मेदारी जीएमवीएन को दी गई, जिसके बाद फिर जीएमवीएन द्वारा किसी कंपनी विशेष को यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इस बात को और पुख्ता करती है, जीएमवीएन की ऑफिशियल वेबसाइट पर बुकिंग के लिए दिए गये कंपनी विशेष के कांटेक्ट नंबर।
ऐसे में अब समझा जा सकता है कि, किस कदर हेली सेवाओं में किसी कंपनी विशेष को लाभ पहुँचाने के लिए विभिन्न संशोधन और शर्तें बदली जा रही हैं। हेली टिकटिंग को लेकर जहाँ कई टूर ऑपरेटर अपनी नाराजगी व परेशानियाँ जाता चुके हैं, वहीँ उन सभी को दरकिनार कर सरकारी संस्था द्वारा किसी कंपनी विशेष को प्रमोट किया जाना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। सबसे बड़ी यह है कि अभी तक हेली सेवाओं को लेकर किसी भी कंपनी को टेंडर ही आवंटित नही किया गया, बावजूद इसके सीधे तौर पर मनमाने ढंग से एक कंपनी विशेष को जीएमवीएन की ऑफिशियल वेबसाइट पर प्रमोट किया जा रहा है, उससे तो लगता है कि, यह एक बड़ा खेल पहले ही रचा जा चुका है। इसके साथ ही जीएमवीएन पहले कह चुका था कि, वह जून से टिकटिंग का ट्रायल करेगा।