उत्तरकाशी: जिला पंचायत की ओर से आयोजित पौराणिक धार्मिक एवं सांस्कृतिक विकास मेले में छात्र संघ की दबंगई के चलते शु्क्रवार सांय को झूले थम गए। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस व पीएससी ने किसी तरह स्थिति को समालने की कोशिश की।
माघ मेले में जहां पांचवें व छठे दिन मेलार्थियों की भीड़ जुटने लग गई थी। वहीं शुक्रवार को छात्रसंघ की दबंगई के चलते मेले में एकदम सन्नाटा पसर गया। चरखी स्वामी सूरज गुलाटी ने बतया कि छात्रसंघ के पदाधिकारी पूर्व से ही अवैध वसूली और अपनी दादागिरी दिखा रहे थे। शुक्रवार को जब मेले में भीड़ जुटी तो सैकड़ों छात्र बिना टिकट के झूला झूलने के लिए अपनी दादागिरी दिखाने लगे। झूला संचालकों के साथ काम पर लगे मजदूरों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लकिन छात्रसंघ ने उनके साथ भी मारपीट कर दी जिस पर मेले में आये मेलार्थियों की भीड़ झूलों के पास जमा हो गई। मामले को बढ़ता देख मेला कोतवाली की ओर से झूलों के पास पीएससी तैनात कर दी गयी। बाद में किसी तरह मामले को शांत किया गया लेकिन उसके बाद भी झूला स्वामियों की ओर से झूले नहीं चलाये गए। वहीं घाटे को देख कई झूलों के डोलियां तक उतार दी गई जिसे देखकर मेले में आये मेलार्थियों को निराश ही लौटना पड़ा और सन्नटा पसर गया।
वहीं थानाध्यक्ष महादेव उनियाल ने बताया कि हंगामे को देख झूलों पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। मेला ठेकेदार किसी छात्रनेता के विरूद्ध नामजद रिपोर्ट देता है तो उस पर कार्यवाही की जायेगी।