उत्तरकाशी/रुद्रप्रयाग: भारतीय गौ क्रांति मंच की ओर से केन्द्र सरकार से अलग गौमंत्रालय बनवाने के साथ साथ गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की गई जबकि इस संबंध में एक विशाल जन रैली भी की गई जिसके बाद इस संबंध में डीएम को ज्ञापन भी प्रेषित किया गया है।
गुरूवार को उत्तरकाशी में भारतीय गौ क्रांति मंच चंद्रशेखर भट्ट की अध्यक्षता में एकत्रित हुए। इसके बाद प्रदर्शनकारी एक विशाल जन आंदोलन करते हुए मुख्यबाजार से लेकर कलक्ट्रेट परिसर तक पहुंचे। इस दौरान केन्द्र सरकार से गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने की मांग की गई। भट्ट ने कहा कि लंबे समय से इस संबंध में केन्द्र सरकार से मांग की जा रही है लेकिन सरकार गौ को माता तो कह रही है लेकिन उसे राष्ट्रमाता घोषित करने में डर रही है। इसके साथ ही मंच की ओर से गौमंत्रालय अलग से बनवाने की मांग भी की गई। इस दौरान भट्ट ने कहा कि गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने के साथ गौमंत्रालय अलग से बनवाने के लिए 18 फरवरी को भी एक महाआंदोलन किया जाएगा।
वहीँ रुद्रप्रयाग में भी गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने व गौ मंत्रालय अलग से गठित करने के लिए गौ समिति ने गुरूवार को नगर में प्रदर्शन कर पांच सूत्रीय मांग प़त्र केन्द्र व प्रदेश सरकार को भेजा। समिति के बैनर तले महिलाओं व पुरुषों ने अपनी मांगों से सरकार को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया। समिति से जुडे पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र सकारात्मक रुख नहीं अपनाया तो 18 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में भारी संख्या में प्रदर्शन किया जायेगा। महिलाओं ने कहा कि आज गौ माता की सभी जगहों पर दुर्दशा देखने को मिल रही है और इसमें तभी सुधार आयेगा जब गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जायेगा। महिलाओं का कहना था कि अगर समय रहते केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने निर्णय नहीं लिया तो गाय के लिए महिलायें आरपार की लडाई लडने को भी तैयार हैं।