देहरादून: गंगा नदी भारतवर्ष की संस्कृति से जुडी हुई है जिसका महत्व विदेशी भी समझते है। लेकिन फिर भी पवित्र गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाये रखने में हम नाकामयाब साबित हुए है। इसी नाकामी को मध्यनजर रखते हुए भाजपा सरकार ने गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लिया है।
इसी संकल्प को पूरा करने के लिए सूबे की त्रिवेंद्र सरकार ने अपने आवास से ‘गंगा संरक्षण रथ यात्रा’ को हरी झंडी दिखाई। ‘गंगा संरक्षण रथ यात्रा’ के माध्यम से आम जन को गंगा के प्रति जागरूक किया जायेगा ताकि गंगा की अविरलता को हम बनाये रखे।
गंगा की अविरलता और निर्मलता को बरकरार रखने के शुरू की गई रथ यात्रा हरिद्वार से बदरीनाथ धाम और गंगोत्री जाएगी और रुद्रप्रयाग से केदारनाथ और धरासू से यमनोत्री धाम के लिए रवाना होगी।
राष्ट्रीय गंगा संरक्षण के तहत गंगा की सफाई का अभियान तो चलाया जा रहा है लेकिन ऐसे अभियान का क्या फायदा जो एक ओर सफाई व संरक्षण की बात करते है और दूसरी ओर एनजीटी के नियमों को सरे आम ठेंगा दिखाया जाता है। नदीओं में लगातार अतिक्रमण अफसरों के नाक के नीचे होते है लेकिन इस पर नकेल कसने के लिए कोई करवाई नही होती। इन सब के साथ ऐसे अभियान चलाना छलावा सा प्रतीत होता है।