हरिद्वार: प्रदूषित हो रही गंगा को बचाने के लिए कई योजनाएं वर्षों से चलाई जा रही है, लेकिन गंगा साफ होने के बजाए और भी ज्यादा प्रदूषित होती जा रही है। दरअसल, सोमवार रात गंग नहर को किसी कारण बंद कर दिया गया जिसके बाद सोमवार सुबह गंगा में पॉलिथीन और गंदगी के ढेर जमा हो गया। जिससे गंगा सफाई को लेकर केन्द्र सरकार की पोल खुलती नजर आई।
गंगा सफाई को लेकर वैसे तो सैकड़ों संस्थाएं, एनजीओ और सरकारें साथ मिलकर काम कर रही हैं बावजूद इसके सरकार के सारे प्रयास असफल होते नजर आ रहे है। गंगा स्वच्छ होने के बजाय और ज्यादा प्रदूषित होती जा रही है। गंगा सफाई को लेकर प्रशासनिक अधिकारी और सरकारें चाहे लाख दावे करें लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। हालांकि ये एक बड़ सवाल है कि केंद्र सरकार द्वारा गंगा की स्वच्छता और निर्मलता पर करोड़ो रूपये खर्च किए जा रहे है, बावजूद इसके सरकार द्वारा शुरू किया गया अभियान सफल होता नजर क्यों नहीं आ रहा है?