देहरादून: केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने को लेकर कल एक बड़ा फैसला लिया था, हालांकि उससे थोड़ी राहत ही मिल पाई। केंद्र सरकार के साथ ही भाजपा शासित प्रदेशों में भी तेल की कीमतें कम करने का ऐलान किया गया। उसी के तहत उत्तराखंड सरकार ने भी तेल की कीमतें कम करने का एलान किया था। केंद्र और राज्य की कुल छूटों को मिलाकर प्रदेश के लोगों को कुल 5 रुपये की छूट मिलती, लेकिन विभागीय अधिकारी कल रात से लेकर आज सुबह तक सरकार की ओर से जारी सर्कुलर ही तेल कंपनियों के पास नहीं पहुंचा पाए। जिसका नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ा।
सरकार ने भले की तेल की कीमतें कम करने का एलान कर लोगों को राहत देने की बात कही हो, लेकिन राहत लोगों को आज भी नहीं मिल पाई। उत्तराखंड राज्य स्तर की छूट का सर्कुलर ही तेल कंपनियों को नहीं दिया। सर्कुलर नहीं मिलने से तेल कंपनियों ने रेट कम नहीं किए। पर्वतीय पेट्रोल-डीजल डीलर्स एशोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चड्ढा ने बताया कि, सरकार ने जो घोषणा की है उसका लोगों को लाभ नहीं मिला है। केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल पर दो रुपये और डीजल पर ढाई रुपये की छूट मिली है।
वहीँ इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के चीफ डिवीजनल रिटेल सेल्स मेनेजर मनोज जयंत ने कहा कि, केंद्र सरकार का सर्कुलर उनके पास पहुंचा लेकिन, राज्य सरकार द्वारा सर्कुलर अभी उनके पास नहीं पहुंचा है। जिस कारण फिलहाल इसका लाभ लोगों नहीं मिल पा रहा है।