संवाददाता– हरीश शर्मा
देहरादून: एमकेजी पीजी काॅलेज में छात्राओं के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। काॅलेज की मानमानी के चलेत करीब 50 छात्राओं को पेपर देने के बावजूद परीक्षा में अनुपस्थित दिखाया गया है। छात्राओं ने काॅलेज प्रबंधन से उनका परिणाम ठीक करने की गुहार लगाई, लेकिन काॅलेज ने उनकी बातों को सुनने के बजाय उनको धमकी दी कि, जो कर सकते हैं कर लो, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। परेशान छात्राओं ने आत्मदाह की चेतवानी दी है।
2015 में बीए में एडमिशन लेने के बाद सभी छा़त्राओं ने साल के दो सेमेस्टर पास कर लिए थे। लेकिन, दूसरे साल के दोलों सेमेस्टर में फेल कर दिया गया। छात्राओं का कहना है कि उन्होंने यह मान लिया था कि उन्होंने गलती की होगी और फिर उसी सेमेस्टर में परीक्षाएं देने को तैयार हो गईं। परीक्षा के बाद रिजल्ट आउट नहीं किया गया। कई बार मांग करने के बाद परिणाम घोषित किए गए, जिनको देखने के बाद छात्राओं का रो-रोकर बुरा हाल है।
छात्राएं परिणाम देखकर हैरान है कि, उन्होंने सभी पेपर दिए, लेकिन उनकी मार्कशीट में उनको अनुपस्थित दिखाया गया है। अबसेंट दिखाए जाने को लेकर उन्होंने कई बार संबंधित विषय की टीचर से जानकारी मांगी, तो वे सही जवाब देने के बाय आज आना-कल आना कहते हुए टालती रही। अब जब छात्राओं ने आंदोलन की चेतावनी दी, तो उनको ही धकाया जाने लगा। छात्राओं ने कहा कि मामले की जांच की जानी चाहिए। सीसीसीटीवी फुटेज में सारी चीजें खुलकर सामने आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि उनको जबरन फेल किया जा रहा है। उनकी बात सुनने को भी कोई तैयार नहीं है।