देहरादून: प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र के युवाओं को भी अब अपने ही प्रदेश में एफ.टी.आई. पुणे के अनुभवी विशेषज्ञों से विभिन्न पाठयक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देवभूमि डायलॉग में युवाओं से संवाद करते हुए कहा था कि, राज्य सरकार युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में दक्ष बनाने के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों को उत्तराखण्ड में आमंत्रित किया जायेगा।
उसी कड़ी में मुख्यमंत्री से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में एफ.टी.आई. पुणे (भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान) के निदेशक भूपेन्द्र कैन्थोला ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान राज्यहित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि एफ.टी.आई. एक प्रतिष्ठित संस्था है और इस संस्थान से राज्य के युवाओं को भी लाभ मिले, इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर राज्य सरकार को उपलब्ध करायी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि एफ.टी.आई. पुणे द्वारा प्रस्तावित कार्ययोजना में राज्य के युवाओं के लिए छोटी अवधि के कोर्स आयोजित कराये, जिसके लिए उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के माध्यम से सहयोग प्रदान किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के युवाओं में प्रतिभा की कमी नही है, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में हमारे युवाओं ने देश-विदेश में राज्य का गौरव बढ़ाया है। राज्य के ऐसे युवा जो फिल्म एवं कला के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते है, उन्हें राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण संस्थानों से जोड़ना राज्य सरकार का लक्ष्य है। इस दिशा में एफ.टी.आई. पुणे अहम रोल निभा सकता है।
चर्चा के दौरान भूपेन्द्र कैन्थोला ने बताया कि विगत दिनों हुई वार्ता के क्रम में एफ.टी.आई. पुणे द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के संबंध में गहन मंथन किया गया। राज्य के युवाओं के हित में एफ.टी.आई. पुणे द्वारा निर्णय लिया गया है कि देहरादून में आगामी 6 से 10 जून, 2018 के मध्य Film Appreciation Course का आयोजन किया जायेगा। यह आयोजन उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के सहयोग से आयोजित होगा। जिसमें प्रदेश के युवा प्रतिभाग कर सकते है। पांच दिवसीय इस कोर्स में युवाओं को एफ.टी.आई. पुणे से आये विशेषज्ञों द्वारा फिल्म विधा से जुड़ी बारीकियों की जानकारी दी जायेगी। इसके बाद अल्मोड़ा और टिहरी में भी ऐसे कोर्स कराये जायेंगे। कैन्थोला ने बताया कि इसके अलावा देहरादून में जुलाई, 2018 में पटकथा लेखन कोर्स भी कराया जायेगा। साथ ही अभिनय, डिजीटल छायांकन, डिजीटल फिल्म प्रोडक्शन, टी.वी. धारावाहिक के लिए काल्पनिक लेखन, स्टिल फोटोग्राफी कोर्स के साथ ही छोटे बच्चों के लिए भी फिल्म मेकिंग और अभिनय संबंधी कोर्स भी तैयार किये गये है।