देहरादून:पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना कैंट पर 25 /03/ 20 को हेमंत अग्रवाल पुत्र जुगल किशोर निवासी थाना कैंट, देहरादून द्वारा एक तहरीर कराई गई कि दिनांक 24/03/20 को शाम के समय उसके व उसके साथियों के साथ लॉकडाउन का फायदा उठाकर एक अज्ञात बहरूपिया, जिसके द्वारा उत्तराखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने गई थी, चालान के बहाने उनसे पैसे ठग लिए गए। उस अज्ञात बहरूपिया द्वारा अनार वाला सर्किट हाउस क्षेत्र में भी अन्य पीड़ितों के साथ इसी तरह धोखाधड़ी कर पैसे ठगे गए हैं।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपराध संख्या 59/20 धारा 420/170 आईपीसी बनाम अज्ञात मुकदमा पंजीकृत किया। चूंकि मुकदमा प्रकरण उत्तराखंड पुलिस की छवि से संबंधित होने के कारण पुलिस द्वारा अज्ञात व्यक्ति की तलाश हेत एक टीम का गठन कर सर्विलांस और मुखबिर से समन्वय स्थापित करते हुए दिनांक 25/03/2020 गठित टीम द्वारा सभी संभावित स्थानों पर तलाश करते हुए थाना कैंट क्षेत्र से अभियुक्त को घटना में प्रयुक्त स्कूटी और आम जनता से ठगे हुए कुल ₹ 4100/- के साथ उत्तराखंड पुलिस के उपनिरीक्षक की संपूर्ण वर्दी पहने हुए गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त का नाम राजेन्द्र उर्फ राजन पुत्र गुरुदयाल निवासी पुराना दाना मंडी मोगा पंजाब जो हाल निवासी थाना कैंट जनपद देहरादून में रहता था। अभियुक्त की उम्र 32वर्ष है।
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसका भाई करणवीर सिंह राजपूत नारकोटिक विभाग में है, जो कि पंजाब में है। अभियुक्त ने यहां लोकल में एक लड़की से शादी कर ली है परंतु घर चलाने के लिए उसके पैसे नहीं थे, इसलिए उसने कुछ समय पूर्व उत्तराखंड पुलिस के उप निरीक्षक की वर्दी खरीदी और कर्फ्यू का फायदा उठाकर लोगों को पुलिस का भय दिखाकर चालान के बहाने पैसे ठगना शुरू किया ।
अभियुक्त से (1) स्कूटी एक्टिवा रजिस्ट्रेशन नंबर UK07 BK 8031 (घटना में प्रयुक्त) और (2)उत्तराखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर की पूर्ण वर्दी मय नेम प्लेट बरामद की गई है। साथ ही अभियुक्त के अपराधिक इतिहास की पंजाब से जानकारी ली जा रही है। अभियुक्त को आज संबंधित माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
गठथित पुलिस टीम में क्षेत्राधिकारी मसूरी नरेंद्र पंत, थानाध्यक्ष संजय मिश्रा, उपनिरीक्षक राजेश सिंह और कॉस्टेबल सुभाष शामिल थे।
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