जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में बारामुला जिले के सोपोर में गश्त के दौरान चार पुलिसकर्मी IED ब्लास्ट में शहीद हो गए। अधिकारियों का कहना है कि ये विस्फोटक आतंकियों ने ‘छोटा बाजार’ और ‘बड़ा बाजार’ के बीच एक दुकान के पास प्लांट किया था। पुलिसकर्मी अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल को देखते हुए इलाके में गश्त कर रहे थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने ली है।
सोपोर में 6 जनवरी, 1993 को 50 से ज्यादा नागरिक मारे गए थे। इसी घटना के विरोध में अलगाववादियों ने आज सोपोर बंद कर रखा है। बंद की वजह से इस इलाके में भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार इसी कारण आतंकियों ने यहां बम प्लांट किया है। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर चार जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया है। वहीँ पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर सोपोर घटना पर शोक प्रकट करते हुए लिखा, ‘शहीद जवानों की आत्मा को शांति मिले।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शुक्रवार को भारत एवं पाकिस्तान के सैनिकों के बीच भारी गोलीबारी हुई। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि यह झड़प तब शुरू हुई जब पाकिस्तानी सेना ने शाहपुर क्षेत्र में भारतीय ठिकानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। बीएसएफ ने एक घुसपैठिये को मार गिराया था। पुलिस ने कहा कि बिना हथियार वाला यह घुसपैठिया पाकिस्तानी आतंवादियों को कश्मीर में घुसपैठ कराने वाला गाइड हो सकता है। आतंकी वापस पाकिस्तान भागने में सफल रहे। बीएसएफ ने कहा कि उसने गुरुवार को पाकिस्तान के दो मोर्टार पिकेट को भी तबाह कर दिया।
My deepest condolences to the bereaved families of the 4 CRPF jawans who lost their lives in Pulwama.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 31, 2017