लखनऊ: उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह नहीं रहे। उन्होंने 89 साल की उम्र में लखनऊ के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद 21 जून को लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर उन्हें 4 जुलाई को PGI में शिफ्ट किया गया था। कल्याण सिंह ने 2014 से 2019 के बीच राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया। कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ के मढ़ौली गांव में हुआ था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह दो महीने से अस्वस्थ थे। उन्होंने आज रात सवा नौ बजे आखिरी सांस ली। हम सभी दुखी है। मैं दिवंगत आत्मा के लिए शांति की कामना करता हूं। प्रदेश में तीन दिन का शोक है।
कल्याण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “मैं शब्दों से परे दुखी हूं। कल्याण सिंह जी…राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है। उनके पुत्र श्री राजवीर सिंह से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम शांति।”
I am saddened beyond words. Kalyan Singh Ji…statesman, veteran administrator, grassroots level leader and great human. He leaves behind an indelible contribution towards the development of Uttar Pradesh. Spoke to his son Shri Rajveer Singh and expressed condolences. Om Shanti. pic.twitter.com/ANOU2AJIpS
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2021
कल्याण सिंह 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे थे। वह राज्य में भाजपा के पहले सीएम थे। उनका पहला कार्यकाल 24 जून 1991 से 6 दिसम्बर 1992 तक था और दूसरा कार्यकाल 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक मुख्यमंत्री रहा था। उनकी पहचान हिंदुत्ववादी और प्रखर वक्ता के तौर पर थी। वह राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे। पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अयोध्या जाकर राम मंदिर बनाने की शपथ ली थी। जब 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराया गया, तब वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने की अनुमति नहीं दी थी।
कल्याण सिंह ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने की नैतिक जिम्मेदारी ली थी। इसी के चलते उन्होंने 6 दिसंबर, 1992 को ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके दूसरे दिन केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को बर्खास्त कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि “राम मंदिर के नाम पर यह सरकार बनी थी, उसका मकसद पूरा हुआ। ऐसे में राम मंदिर के नाम पर सरकार कुर्बान हुई।”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के निवर्तमान राज्यपाल वरिष्ठ राजनीतिज्ञ कल्याण सिंह जी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कल्याण सिंह जी का निधन राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। श्री कल्याण सिंह जी ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल के रूप में उन्होंने जन सेवा की। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के निवर्तमान राज्यपाल हम सभी के मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्रोत आदरणीय श्री कल्याण सिंह जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।
उनका निधन भारतीय राजनीति एवं भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है। ॐ शान्ति 🙏 pic.twitter.com/PcWSUmBwp2— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 21, 2021