उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव की पहल पर जोशियाड़ा झील में मंगलवार को पर्यटन विभाग के सौजन्य से बीएडीपी के तहत सात दिवसीय क्याकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई जिसमें उपला टकनौर क्षेत्र के 20 से अधिक युवा शामिल हुए। इस मौके पर डीएम आशीष चौहान ने कहा कि जिस तरह टिहरी डैम में वाटर स्टपोटर्स कार्यक्रम चलते हैं उसी तर्ज पर यहां कयाकिंग, कनोइंग व सलालम आदि वाटर कार्यक्रमों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार सृजन करने में आसानी हो सके।
मंगलवार को माघ मेले के तीसरे दिन जिलाधिकारी ने मनेरी भाली की जोशियाड़ा झील में सात दिवसीय कयाकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा एवं पर्यटन को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम की शुरूआत की गई है जिसमें बोर्डर एरिया क्षेत्र के लोगों को शामिल किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे युवाओं को रोजगार सृजन में भी काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सैनिक या साहसिक पर्यटन क्षेत्र व जल क्रीडा के क्षेत्र में इसके प्रषिक्षण से रोजगार सृजन हेतु उज्जवल भविष्य है। उन्होंने एसडीएम भटवाड़ी को निर्देश दिए कि कयाकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम में ज्यादतर स्कूली बच्चों को शामिल करें। जिससे स्कूली बच्चे प्रशिक्षित होकर कयाकिंग वाटर स्पोर्ट के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सके।
उन्होंने कहा कि उपला टकनौर क्षेत्र के करीब 20 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी 20 व 21 जनवरी को ऑल इंडिया कयाकिंग, कनोइंग व सलालम प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा जिसमें रूड़की, हरिद्वार, बंगाल तथा हरियाणा आदि क्षेत्रों की टीमें प्रतियोगिता में शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता मनेरी भाली झील के 200, 400 व 500 मीटर के दायरें में की जायेगी।